सुबह सुबह की सैर वाकई बहुत अच्छी होती है और मेरे लिए तो ये कुछ ज्यादा ही अच्छी है! क्योकि मुझे ऐसा लगता है की दिन भर में एक वही समय होता है जब मेरा दिमाग Active होकर काम करता है!
वैसे भी जब में छोटा था तो अक्सर घरवाले कहा करते थे कि सुबह सुबह पढ़ाई किया कर सुबह सुबह का याद किया हुआ ज्यादा याद रहता है!फिर जैसे-जैसे मैं बड़ा होने लगा मुझे पता चला सुबह-सुबह घूमना ,योग करना ,Meditation करना,कसरत करना और भी न जाने क्या- क्या अच्छा होता है! धीरे-धीरे तो मुझे यही लगने लगा कि जब सभी कुछ सुबह-सुबह करना ही अच्छा होता है तो दोपहर में क्या केवल सोना अच्छा होता है !
खैर अब सब की बात मानकर सबकुछ तो नहीं कर सकते इसलिए मेरी आपको सलाह यही है की आप सुबह -सुबह वही काम करे जो आपको सबसे ज्यादा पसंद हो और अगर कुछ समझ न आये तो मुँह धोकर मेरा Blog पड़ने बैठ जाइये अच्छा है न मुझे Blog लिखने की अादत हो जाएगी और आपको पढ़ने की!
चलो अब आप Blog पढ़ने बैठ ही गए हो तो मैं आपको आज की Morning walk News सुना ही देता हुँ !
तो आज जब में चुप-चाप अपने दोस्त राज के साथ घूम रहा था की अचानक ही राज के दिमाग की Tubelight जली और वो मुझसे इस बात को लेकर Discussion ( वैसे हमारा Discussion cum Argument होता है ) करने लगा!
हमारे यहाँ Government जो सफाई कराओ,हेलमेट पहनाओ जैसे नियम बनाती रहती है उन्हें Foreign Countries की तरह Implement में क्यों नहीं ला पाती ! उसने सड़क पर चलते 2-4 Rule Breaking के Live Example भी बताये ! मगर जब मैने उसकी बात पर React नहीं किया तो खुद ही कहने लगा हाँ यार अपने यहाँ कोई सुधारना ही नहीं चाहता कितना भी करो 4 दिन जुम्मा-जुम्मा असर रहता है फिर वही हाल बेचारी Government करे भी तो क्या करे?
मैं अब भी खामोश था तो राज चिढ़ते हुए बोला" अबे कुछ तो बक मैं तुझसे ही बात कर रहा हुँ मन में बड-बड नहीं कर रहा बता तुझे क्या लगता है क्या कभी Government की ये योजनाऍ Successful हो सकती है-अबे कुछ तो बक राज ने दोबारा चिढ़ते हुए कहा
मैं जनता था की अब तक वो अपने मन की सारी भड़ास निकल चूका है तो मैने बिना उससे कुछ कहे Race-2 मूवी का गाना गुनगुना शुरू कर दिया " मुझे तो तेरी लत लग गई-लग गई जमाना कहे लत ये गलत लग गई मुझे तेरी ……………
मैने जैसे ही गाना शुरू किया की राज चिढ़कर वहा से जाने लगा तो मैने उसे रोका और उसके Discussion cum Argument का हिस्सा बनते हुए बोला देख,बात सिर्फ लत की होती है अब लत चाहे अच्छी हो या बुरी मगर अगर एक बार लोगो को लत लग जाती है तो लोग अपने आप वो काम करने लग जाते है!
अगर Government भी चाहती है की लोग नियमो का पालन करे तो उन्हें पहले लोगो को इसकी आदत डालना होगी! एक बार आदत में आने के बाद लोग अपने आप मानने लगेंगे! मेरे इस 2 min के छोटे से भाषण को सुनकर राज ने जो Expression बनाये वो मुझे इतना बताने के लिए काफी थे की उसे मेरी बात बिलकुल भी समझ नहीं आई है !
फिर मैने उस Techno-Friendly कीड़े को उसी की भाषा में समझाया की देख सब आदत की बात होती है ! सन 2000 में Mobile आया,2007 में Facebook आया,2011 में Android Mobile और What'app आए और अभी इस साल जब से Selfi की demand Market में बढ़ी तब से ऐसे Mobile आ गए की आँखे झपकाओ और Selfi Ready तो तुझे क्या लगता है companies ने क्या किया केवल इतना ही ना की पहले कुछ Rate कम रखे थोड़ा बहुत Marketing Promotion किया और आज देख ये सभी हमारी Life के कितने Imp part बन गए है!
अब तू देख अब लोग Mobile ,Facebook,What'app,Selfi इन चीजो के बिना अपना जीवन अधूरा मानते है जैसे आज से 15 साल पहले जब ये सब चीजे नहीं थी तो कोई जीता ही नहीं था मगर आज हालत ये है की बंदा खाने के बिना रह सकता है,घर में अकेला रह सकता है पर अपने Mobile से दूर रहने का दर्द कोई नहीं सह सकता !
अबे तू दूर क्यों जाता है अपने आप को ही ले क्या आज तू FB, What'app के बिना रह सकता है!
तेरी खुद की हालत ये है की Photo खिचवाने से पहले तुझे उसे post करने की जल्दी रहती है! कभी-कभी तो मुझे शक होता है की तू Photo भी अपने लिए खिचवाता है या Facebook Likes के लिए!
अबे क्या बोल रहा है Mobile और Helmet में कोई Comparison हो ही नहीं सकता Mobile Mobile है और Helmet,Helmet और अगर ऐसा कुछ है तो बता राज के Expression साफ बता रहे थे की उसको मेरा यु Mobile को Helmet से Compare करना अच्छा नहीं लगा !
यार देख,जब Mobile को Market में चलाना था तो company ने क्या किया उनके Rate कम किये Customer को Mobile के नए-नए फायदे बताये Market होने पर Mobile अपने आप बिकने लगा वैसे ही अभी तू देख जब से Helmet भी Compulsory बनाने की मुहीम शुरू हुई है तब से शहर के हर फुटपाथ पर देख Helmet बिकने शुरू हो गए है!अगर Government भी कुछ ना करे बस उसे सिर्फ1साल के लिए ही100 % सबके लिए (जो 2 Wheeler चला रहा हो ) Compulsory कर दे तो अपने आप सबकी आदत पड जाएगी फिर आप नहीं भी कहोगे तो भी लोग बाजार से खरीदकर पहन ही लेंगे !
हाँ जैसे कंपनी अपने Rate कम करती है ताकि आपको शुरू में उसकी आदत लग जाये वैसे ही सरकार को भी पहले Fine जरूर 25-50 रुपए रखने होगे उससे फायदा ये होगा कि लोग 25-50 रुपए Fine होने से Policewalo को side में ले जाने से तो Fine भरना ही ठीक समझेगे तो Corruption कम होगा और हमारे नेताओ को भी कोई 25-50 रुपयो बचाने के लिए परेशान नहीं करेगा और सोचेगा रोज-रोज लेट होने और 25-50 देने से तो अच्छा है की कही फुटपाथ से ही सही 300-500 का एक Helmet खरीद के पहन लेता हूँ जैसा का अपन दोनों ने कल सोचा और हेलमेट पहनने लगे !
इतना कहने के बाद में दुबारा लत लग गई गाना गुनगुनाने लगा और राज से बोला देख गाना एक दम सही है अगर किसी को एक बार लत लग जाये तो वो इतनी आसानी से नहीं छूटेगी इसलिए अगर Government सच में चाहती है तो सिर्फ एक बार लोगो को उसकी आदत डाल दे और जैसे Company हमेशा बताती रहती है की हमारे Product के बिना तो आपका जीवन अधूरा है और धीरे-धीरे Customer भी ये ही मानने लगता है वैसा ही अगर Government भी करने लगे तो आज नहीं तो कल ये हो ही जायेगा की सब लोग Helmet पहनने लग ही जायेगे और आपको उन्हें जबरन पहनाना नहीं पड़ेगा बल्कि उन्हें पहनने से मना किया तो उन्हें Problem होगी !
जैसे आज FB ,What'app जैसी SNS site अगर अपनी Services बंद कर दे तो लोग आधे पागल हो जायेगे वो उनके लिए जरुरी नहीं है मगर अब उन्हें इसे Use करने की लत पड चुकी है और ये लत है एक बार अगर लग गई तो फिर आसानी से नहीं छूटती!
अब यही देखो ना मुझे Blog लिखने की लत लग है और आपको उसे झेलने की और ये लत है भई आसानी से छूटेगी नहीं!